99% of Men Ignore This Until It’s Too Late | Coach BSR

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Transcript:

(00:00) दोस्तों कोई भी घर दीवारों से नहीं बनता। घर बनता है रिश्तों से, प्रेम से, संस्कारों से और उसमें रहने वाले लोगों की मन की पवित्रता से। दोस्तों, मैंने एक वीडियो बनाया था कि पांच चीजें जो महिलाएं कर सकती है जिनसे कि किसी भी घर को स्वर्ग बनाया जा सकता है। आज वीडियो बना रहा हूं पांच चीजें जो हर एक पुरुष को करनी चाहिए टू मेक हिस हाउस अ हेवन। मैं हूं भूपेंद्र सिंह राठौर, एक हीलर, लाइफ कोच एंड स्पिरिचुअल ऑडिटर। दोस्तों, पुरुष परिवार का पिलर होता है। बच्चों को मां जरूर पालती है, लेकिन बाप का साया जब साथ में रहता है, तो बच्चों में हिम्मत रहती है।

(00:35) बच्चे पूरी दुनिया जीतना सीख जाते हैं। वो बाप से सीखते हैं कि कैसे दुनिया में जीना है, कैसे अपने परिवार को पालना है और कैसे जिम्मेदारियां उठानी है। हर एक पुरुष को सैल्यूट क्योंकि सोचिए किसी घर में सिर्फ महिलाएं हैं और पुरुष नहीं है। महिलाएं और बच्चे हैं तो पुरुष नहीं है तो बहुत बड़ा वैक्यूम है। वेल मैं आज भी कहता हूं कि अगर महिला या पुरुष की बात करें तो इट इज वेरी डिफिकल्ट कि एक को रिप्लेस किया जा सकता है। दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। दोनों एक दूसरे के लिए जरूरी है। लेकिन कई सारे पुरुष अपनी जिम्मेदारियों को नहीं

(01:05) समझते एंड उसी के कारण बहुत बड़ा ब्लंडर कर बैठते हैं। एंड उसके कारण उनके रिश्तों में उनके परिवारों में बहुत दरारें आ जाती है। एक पुरुष को सबसे पहली चीज जो करनी चाहिए वो यह है कि घर में सम्मान का माहौल बनाए। सम्मान का माहौल। एक हाउसवाइफ जो दिन भर झाड़ू पोछा कई सारी चीजें करती है उसे सम्मान दें। सम्मान देने का मतलब सिर्फ शब्दों में सम्मान देना ही नहीं है। बड़ा मुश्किल हो जाएगा हस्बैंड और वाइफ के लिए एक दूसरे को हर वक्त बहुत ज्यादा प्रेम से बात करना। लेकिन सम्मान के कई सारे मायने हो सकते हैं। जैसे कि जब एक पुरुष छ दिन काम करता है तो उसे एक दिन

(01:38) छुट्टी चाहिए होती है। वो आराम से एक दिन रिलैक्स होना चाहता है। लेकिन व्हाट अबाउट महिलाओं की छुट्टी? उस पुरुष को इंश्योर करना चाहिए कि वो लेडी भी जो दिन भर घर के काम कर रही है वो भी थक सकती है तो उसे भी रेस्ट मिले। तो उसे रेस्ट कैसे दिया जा सकता है? उसे रेस्ट दिया जा सकता है कई तरहों से। जैसे कि परिवार के साथ कुछ छुट्टियां बिताई जा सकती है। कोई मूवी वगैरह प्लान किया जा सकता है। किसी छोटी आउटिंग पे जाया जा सकता है। बाहर जाके रेस्टोरेंट में कॉफी पी जा सकती है। अगर यह सारी चीजें पॉसिबल नहीं है तो कोई पॉपुलर ऐसी एक्टिविटी जो कि महिला जॉइ कर

(02:08) सके और उससे उनको बहुत ज्यादा रिलीफ मिल सके। ये पुरुष की जिम्मेदारी है। द रीज़न इज क्योंकि अधिकांश इंडियन फैमिली में अभी भी पुरुष अर्निंग मेंबर हैं एंड महिलाएं होम मेकर्स हैं। अब तो धीरे-धीरे मेट्रो सिटीज में और इवन छोटे टाउनंस में भी ये सिनेरियो चेंज हो रहा है। ऑलमोस्ट हर महिला आज कमाना चाहती है, आगे बढ़ना चाहती है। सो दैट्स वेरी गुड। तो उस केस में तो और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है कि उन्हें रेस्ट मिले। दूसरी चीज दोस्तों समान ओपोरर्चुनिटी। देखिए हजारों महिलाएं आज की डेट में काम कर रही हैं। एंड वो सुबह 5:00 बजे उठती हैं। बच्चों के लिए टिफिन बनाती

(02:40) हैं एंड उसके बाद घर का झाड़ू पोछा वगैरह करके 8 9:00 10:00 बजे अपने ऑफिस पहुंच जाती हैं। एंड 10:00 बजे से 6:00 7:00 बजे तक ऑफिस से आती हैं। एंड उसके बाद 7:00 बजे के बाद फिर से किचन के काम। यू नो मैं इस संदर्भ में कहता हूं कि महिलाओं की लाइफ बहुत टफ है इन कंपैरिजन टू पुरुषों की लाइफ। बट बहुत सारे पुरुषों की लाइफ भी बहुत टफ है। उन्हें घर संभालने के लिए, लोन भी कई बार लेना पड़ता है। जरूरतें पूरी करने के लिए बहुत सारी चीजें करनी पड़ती है। एंड बहुत-बहुत काम करना पड़ता है। लेकिन अधिकांश पुरुषों का क्या है कि वो 9:00 बजे सुबह घर से निकले एंड शाम को

(03:12) 8:00 बजे आए, 7:00 बजे आए या 9:00 बजे आए आने के बाद वो लेट जाते हैं। टीवी देखते हैं, आराम करते हैं या बच्चों के साथ खेल लेते हैं। लेकिन एक महिला की लाइफ देखिए। सुबह 5:00 बजे से रात को 11:00 बजे तक कंटीन्यूअस वर्क। स्पेशली अगर वो महिला मैरिड महिला है और बच्चे भी हैं तो कितना स्ट्रेसफुल हो सकता है। सो यहां पे दूसरा काम जो हर एक पुरुष को करना है वो समझना है कि उस महिला को या तो आप हेल्प करें या परिवार का कोई दूसरा सदस्य हेल्प करें या उसके लिए सफिशिएंट मेड या सफिशिएंट तरह के लोग उसे सपोर्ट करने के लिए हैं। ये हर एक

(03:42) पुरुष को इंश्योर करना पड़ेगा। मैं जानता हूं कि इट्स वेरी डिफिकल्ट फॉर मी आल्सो कि मैं 9:00 10:00 बजे या 11:00 बजे घर जाऊं और उसके बाद घर के काम करूं। शायद वो मैं नहीं कर पाऊंगा या नहीं कर पा रहा हूं वो मेरे डीएनए में नहीं है। बट क्या मैं सफिशिएंट हेल्प प्रोवाइड करवा सकता हूं? क्या मैं ऐसे कुछ कर सकता हूं चीजें जिससे कि वो काम आसानी से हो सके। तो यहां पे तीसरी चीज जो हर एक पुरुष को इंश्योर करनी है। आपके घर की फाइनेंशियल स्टेबिलिटी। दोस्तों वैसे तो आप भाग ही रहे हैं दिनरा। लेकिन अंडरस्टैंड कीजिए। एक इनकम स्ट्रीम

(04:11) आपके घर के लिए एक डायनामाइट का काम कर रही है। या तो यह इनकम स्ट्रीम ऐसी होगी यह तेजी से बढ़ रही है ताकि आपके पास एक्स्ट्रा बफर आ रहा है और आप उसे इन्वेस्ट कर पा रहे हैं शेयर मार्केट में या प्रॉपर्टीज में या कहीं और एंड उससे एक पैसिव इनकम आपके पास जनरेट हो रही है। नहीं तो हर पुरुष को एश्योर करना है कि कहीं ना कहीं मैजिकल तरीके से उनके फाइनेंससेस बढ़े। हर साल फाइनेंशियल ग्रोथ आपकी होनी चाहिए। एंड मैं बता दूं कितनी होनी चाहिए। मिनिमम 30 टू 40% मिनिमम है यह। 12-15% की ग्रोथ हो रही है तो इनफ्लेशन बढ़ रहा है प्लस उतना टैक्स चले

(04:42) जा रहा है। तो आपकी मिनिमम ग्रोथ ही 30% से ऊपर होनी चाहिए। क्योंकि अगर आपकी ग्रोथ 20% हो रही है तो जो 5% एक्स्ट्रा ग्रोथ हो रही है क्योंकि बाकी तो इनफ्लेशन और टैक्स वगैरह में चला जा रहा है जो 5% की एक्स्ट्रा ग्रोथ हो रही है वो आपकी लाइफस्टाइल के खर्चे हो जा रहे हैं। सो इसीलिए 30% 40% तो मिनिमम आपकी हर साल ग्रोथ होनी चाहिए। उसके लिए एक्स्ट्रा हसल करें। कुछ ना कुछ सीखें और जो भी आप कर रहे हैं वो आपके पार्टनर को, आपकी वाइफ को या आपके घर परिवार के सदस्यों को सबको बताएं कि आप क्या कर रहे हैं। पुरुषों का एक चैलेंज होता है वो चीजें शेयर नहीं

(05:15) करते। तो यहां चौथी चीज मैं आपको बताना चाहूंगा शेयरिंग करें घर पे। यू नो ये शेयरिंग नहीं करने के कारण घर की लेडीज को या घर के मेंबर्स को यह एजमशन हो जाता है कि आप बाहर जा रहे हैं, खेल रहे हैं, कूद रहे हैं, मजे कर रहे हैं। इवन आपके बच्चों को भी यही एजमशन हो जाता है कि पापा क्या करते हैं? पापा तैयार हो के बढ़िया कपड़े पहन के सुबह घर से निकल जाते हैं। अब बच्चों को नहीं पता कि कितना काम करना पड़ता होगा। बच्चों को लगता है खुद का मुझे तो पढ़ाई करनी पड़ती है। मम्मी को वो देखते हैं काम करते हुए। पापा क्या कर रहे हैं? तो कहीं ना कहीं आजकल के बच्चों का

(05:43) लगाव पिताजी से थोड़ा सा कम हो जाता है। क्योंकि समय दे नहीं पाता बाप। कई बार रात को लेट आ रहा है। कई बार ट्रैवलिंग कर रहा है। तो उसके कारण समय दे नहीं पाता और बच्चों को भी लगने लगता है कि यार वास्तव में पापा क्या कर रहे हैं हमारे लिए? कुछ नहीं कर रहे। एंड कई बार गणियां भी गुस्सेगुस्से में कह देती है तेरे पापा करते क्या है? अब यही बात पापा कह देते हैं कई बार बच्चों को माताजी के लिए तेरी मां करती क्या है? दिन भर घर का काम ही तो करती है। मैं देख क्या करता हूं? तो खैर उसके ऊपर नहीं जाएंगे। वो डिबेट थोड़ी अलग हो जाएगी। बट चौथी चीज पुरुषों को सुनना

(06:10) चाहिए। शेयरिंग करनी चाहिए। दोनों ही चीजें वो कह रहे हैं तो सुनो और आप भी अपनी शेयरिंग करो। बताओ कि आपने क्या-क्या किया। बताओ कि आप किस-किस से मिले। बताओ कि आप कितना टफ सिचुएशन से गुजर रहे हैं। और अब पांचवी चीज हंसीज़ाक का माहौल बना दें घर में। यू नो ये आपकी जिम्मेदारी है। क्योंकि यू नो कई बार आपके आने का इंतजार आपके बच्चे कर रहे हैं। आपके आने का इंतजार आपकी वाइफ कर रही है। आपके आने का इंतजार आपके माता-पिता कर रहे हैं। आपके भाई-बहन कर रहे हैं। घर के अंदर एंटर होते ही ना फील एज इफ आ हा हा। आपके प्रेजेंस में लोगों को फील होना चाहिए। यू आर ऑसम।

(06:43) आपकी प्रेजेंस में लोगों को फील होना चाहिए कि आप तो एक जीनी हैं। हंसा देते हैं, खिला खिला देते हैं, मस्ती कर लेते हैं। एक सीरियस फेस लेके मैं बहुत थक गया हूं। मैंने ये काम किया है। ये नहीं रोब झाड़ना गुस्सा। हेलो ये ला के आओ। वो लेके आओ। मैं थक के आया हूं। मेरे जूते उधर रखो। यह वाला नहीं। आए खुश हो जाएं और घर के बच्चों की प्रशंसा करें। वाइफ की प्रशंसा करें। माता-पिता की प्रशंसा करें। पांच छोटी-छोटी चीजें कर लीजिए। हर एक आदमी तक यह वीडियो भी पहुंचा दीजिए। एंड इसके अलावा भी बहुत सारी चीजें हैं। जो भी महिलाओं के लिए बताई वो भी पुरुष कर सकते

(07:13) हैं और जो पुरुषों के लिए बता रहा हूं वो महिलाएं भी कर सकती है। ऐसी कई सारी चीजें आप और मैं मिलके अगर कर सकते हैं तो हर एक घर स्वर्ग होगा। आइए हर एक घर को स्वर्ग बनाने के लिए एक छोटी जिम्मेदारी आप और मैं ले लेते हैं। जैसे मैंने जिम्मेदारी ली ये वीडियो बनाना आप जिम्मेदारी ले लें इसे फैलाना। चैनल को सब्सक्राइब भी कर लीजिए। मैं इतना ही कहना चाहूंगा। स्वर्ग और नर्क हमारे पास है। इसी जगह पर हैं। हम खुद बना सकते हैं। हम जाने अनजाने में बहुत सारी गलतियां कर देते हैं। गुस्से के कारण, नासमझी के कारण और भी कई सारी चीजों

(07:40) के कारण। मैं चाहूंगा कि आप और मैं मिलके परिवारों को जोड़ें। ज्यादा से ज्यादा लोगों को साथ लाएं और ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताएं कि रिश्ते बहुत नाजुक होते हैं। एंड उन रिश्तों में अगर थोड़ी-थोड़ी समझदारी दिखा दी जाए, तो हर एक रिश्ता मजेदार हो जाएगा। हर एक घर स्वर्ग बन जाएगा। दोस्तों, हमारे बहुत सारे फ्री प्रोग्राम्स होते रहते हैं। अगर उन प्रोग्राम्स में आप आना चाहें तो इस वीडियो के नीचे लिंक दे रहा हूं। रजिस्टर कर लीजिएगा। एक्सपीरियंस हमारी कमांडो ट्रेनिंग, लॉ ऑफ अट्रैक्शन के प्रोग्राम, हमारा सुंदरकांड का प्रोग्राम या हीलिंग

(08:08) कैंप्स जहां पे भी आप आना चाहें बहुत सारी चीजें फ्री है। छोटा-मोटा शुल्क अगर किसी चीज का है तो डोंट माइंड। बट डू कम, डू एक्सपीरियंस। लॉट्स ऑफ लव एंड थैंक यू। ब बाय। नमस्कार।

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