“कमांडो ट्रेनिंग (Commando Training)”
🪖 कमांडो ट्रेनिंग – अदम्य साहस और अनुशासन की मिसाल
भारत में “कमांडो” शब्द सुनते ही मन में वीरता, शक्ति और देशभक्ति की भावना जाग जाती है।
कमांडो वो सैनिक होते हैं जो असंभव लगने वाले मिशनों को भी पूरा कर दिखाते हैं। उनकी ट्रेनिंग इतनी कठोर और सटीक होती है कि आम इंसान की कल्पना से परे है।
आइए जानते हैं कि कमांडो ट्रेनिंग क्या होती है, इसमें क्या-क्या सिखाया जाता है और इसे क्यों दुनिया की सबसे कठिन ट्रेनिंग में गिना जाता है।
🔹 कमांडो कौन होता है?
कमांडो वह विशेष प्रशिक्षित सैनिक होता है जिसे खास मिशनों के लिए तैयार किया जाता है — जैसे आतंकवाद-विरोधी अभियान, दुश्मन के इलाके में घुसपैठ, बंधक छुड़ाना, या गुप्त ऑपरेशन करना।
भारत में अलग-अलग सेनाओं के अपने-अपने कमांडो बल हैं, जैसे:
-
पैरा (SF) – भारतीय सेना के विशेष बल
-
मरीन कमांडो (MARCOS) – भारतीय नौसेना के जल-योद्धा
-
गरुड़ कमांडो – भारतीय वायुसेना की विशेष इकाई
-
NSG (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) – आतंकवाद विरोधी विशेष बल
हर कमांडो में तीन गुण सबसे महत्वपूर्ण होते हैं —
साहस, अनुशासन और मानसिक दृढ़ता।
🔹 कमांडो ट्रेनिंग की शुरुआत
कमांडो ट्रेनिंग की शुरुआत होती है शारीरिक फिटनेस और मानसिक ताकत की परीक्षा से।
केवल वही उम्मीदवार ट्रेनिंग के लिए चुने जाते हैं जिनका शरीर और मन दोनों लोहे की तरह मजबूत हों।
पहले चरण में उन्हें कड़ी शारीरिक परीक्षा से गुजरना पड़ता है —
जैसे दौड़ना, रस्सी चढ़ना, तैरना, बाधा दौड़ और भार उठाना।
यह सिर्फ शरीर की शक्ति नहीं बल्कि धैर्य और सहनशीलता की परख होती है।
🔹 ट्रेनिंग के प्रमुख चरण
कमांडो ट्रेनिंग कई चरणों में होती है, जो लगभग 9 महीने से 1 साल तक चलती है।
हर चरण सैनिक को युद्ध के लिए तैयार करता है।
1. फिजिकल फिटनेस ट्रेनिंग
इसमें शरीर को मजबूत और सहनशील बनाया जाता है।
कमांडो रोज़ाना कई किलोमीटर दौड़ते हैं, वज़न उठाते हैं, पुल-अप्स और पुश-अप्स करते हैं।
उन्हें हर परिस्थिति में काम करने की आदत डालनी होती है — चाहे बारिश हो, गर्मी हो या ठंड।
2. वेपन ट्रेनिंग (Weapon Training)
कमांडो को हर प्रकार के हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है — राइफल, पिस्टल, मशीन गन, ग्रेनेड आदि।
उन्हें अंधेरे में निशाना साधना, कम रोशनी में गोली चलाना और तेज़ निर्णय लेना सिखाया जाता है।
3. क्लोज कॉम्बैट ट्रेनिंग (Close Combat)
कमांडो को बिना हथियार के लड़ाई की कला सिखाई जाती है —
जैसे कराटे, जूडो, क्राव मागा (Krav Maga) और हैंड-टू-हैंड फाइटिंग।
यह ट्रेनिंग उन्हें किसी भी स्थिति में खुद की रक्षा करने और दुश्मन को काबू में करने योग्य बनाती है।
4. सर्वाइवल ट्रेनिंग (Survival Training)
कमांडो को यह सिखाया जाता है कि अगर वे दुश्मन के इलाके में फँस जाएँ तो कैसे जिंदा रहें।
उन्हें जंगल, पहाड़ और समुद्र में जीवित रहने की तकनीकें सिखाई जाती हैं —
जैसे जंगली फल खाना, जानवरों से पानी निकालना, या अस्थायी आश्रय बनाना।
5. मानसिक और भावनात्मक ट्रेनिंग
कमांडो के लिए मानसिक ताकत सबसे ज़रूरी होती है।
उन्हें अत्यधिक तनाव और दबाव में भी शांत रहने की कला सिखाई जाती है।
इसके लिए मेडिटेशन, फोकस एक्सरसाइज और अनुशासन पर बहुत ध्यान दिया जाता है।
6. टीमवर्क और लीडरशिप
कमांडो कभी अकेले नहीं लड़ते; वे टीम में काम करते हैं।
इसलिए हर व्यक्ति को “टीम स्पिरिट” और “लीडरशिप” की भावना सिखाई जाती है — ताकि हर परिस्थिति में एक-दूसरे पर भरोसा कर सकें।
🔹 भारतीय कमांडो की विशेषताएँ
भारत के कमांडो अपनी बहादुरी के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं।
कुछ प्रमुख उदाहरण:
-
पैरा SF कमांडो को “Red Devils” कहा जाता है।
ये ऊँचाई वाले इलाकों, जंगलों और रेगिस्तानों में ऑपरेशन करते हैं। -
MARCOS (Marine Commandos) को “Bearded Men” कहा जाता है क्योंकि ये दुश्मन के इलाके में गुप्त रूप से प्रवेश करते हैं।
ये जल, थल और वायु — हर जगह कार्य करने में सक्षम हैं। -
गरुड़ कमांडो एयरबेस सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी मिशन और रिकवरी ऑपरेशन में माहिर हैं।
-
NSG कमांडो (ब्लैक कैट्स) को आतंकवादी हमलों और वीआईपी सुरक्षा के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
26/11 मुंबई हमले में इनकी भूमिका ऐतिहासिक रही है।
🔹 कमांडो ट्रेनिंग की कठिनाइयाँ
कमांडो बनने का सफर आसान नहीं है।
ट्रेनिंग के दौरान:
-
कई बार नींद नहीं दी जाती,
-
कई दिनों तक खाना सीमित मात्रा में मिलता है,
-
दिन-रात लगातार अभ्यास चलता है,
-
और हर गलती पर सज़ा होती है।
यह सब इसलिए ताकि सैनिक हर परिस्थिति में मजबूत और सतर्क रह सके।
कई बार प्रशिक्षु ट्रेनिंग के बीच में हार मान लेते हैं, लेकिन जो टिके रहते हैं — वही सच्चे कमांडो बनते हैं।
🔹 मानसिक शक्ति का महत्व
कमांडो ट्रेनिंग का सबसे बड़ा उद्देश्य है मानसिक शक्ति का निर्माण।
क्योंकि युद्ध केवल हथियारों से नहीं, बल्कि दिमाग और साहस से जीता जाता है।
उन्हें सिखाया जाता है —
“अगर शरीर थक जाए तो मन को आदेश दो कि अभी और करना है।”
यही मानसिक दृढ़ता उन्हें असंभव मिशनों में भी जीत दिलाती है।
🔹 कमांडो जीवन के मूल्य
कमांडो जीवन हमें यह सिखाता है कि:
-
अनुशासन ही सफलता की कुंजी है।
-
डर पर विजय ही सच्चा साहस है।
-
टीमवर्क और समर्पण से असंभव भी संभव होता है।
हर कमांडो का जीवन त्याग, सेवा और कर्तव्य का उदाहरण है।
वे अपने परिवार से पहले देश को रखते हैं और अपनी जान की बाज़ी लगाकर राष्ट्र की रक्षा करते हैं।
🔹 निष्कर्ष
कमांडो ट्रेनिंग सिर्फ सैनिकों के लिए नहीं, बल्कि हर इंसान के लिए प्रेरणा है।
यह सिखाती है कि अगर मन में दृढ़ निश्चय और अनुशासन हो, तो कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती।
कमांडो बनना केवल यूनिफॉर्म पहनना नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है —
जहाँ हर दिन आत्म-नियंत्रण, मेहनत और देशप्रेम की परीक्षा होती है।
🇮🇳 “कमांडो वही जो कठिनाइयों में भी मुस्कुराए,
हार के डर से नहीं, जीत के इरादे से लड़ जाए।”

टिप्पणियाँ