कोलेस्ट्राल(cholestrol)के स्तर को कम कैसे करे ?

कोलेस्ट्राल(Cholesterol) के स्तर को कम कैसे करे ?



शरीर मे कोलेस्ट्राल की मात्रा  बढ़ने से हमे कई समस्या का सामना करना पड़ सकता है जैसे की सांस का फूलना , चक्कर आना , हाथ - पैर सुन्न पड़ना और अचानक से वजन बढ़ना है। कोलेस्ट्राल की मात्र बढ़ने से हार्ट अटैक हार्ट  (hart attack)का खतरा बढ़ जाता है। 

प्रतिदिन हम अपने (daily routine ) दिनचर्या मे हेल्दी हैबिट हैबिट अपनाकर खान-पान (Diet) exercise को अपनाकर इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। कोलेस्ट्राल के मात्रा  को कम करने के लिए आप घर बैठे कुछ उपाय कर सकते है।

कोलेस्ट्रॉल 2 टाइप के होते है
कोलेस्ट्राल(Cholesterol)के स्तर को कम कैसे करे ?
शहद - दालचीनी 
खट्टे फलों का सेवन
लहसुन -
नींबू और शहद- 
अर्जुन की छाल
सेंधा नमक
गुनगुना पानी और गुड़- 
सेब का सिरका - 
मेथी का पानी-
मछली का तेल
आंवला और एलोवेरा-
कोलेस्ट्रॉल से कैसे बचे ?
एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल 

कोलेस्ट्रॉल  क्या है ?

कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर मे जमा वसा या मोम जैसा पदार्थ है , जो शरीर मे जो शरीर मे कोशिका झिल्लीविटामिन डी बनाने के लिए आवश्यक है। कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना हमारे शरीर के लिए बहुत खतरनाक है। यह एक गंदा पदार्थ है जो खून के नसों मे जमा होने से आपको दिल के रोग, नसों के रोग, हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर और जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं।

एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को गंदा माना जाता है क्योकि यही परेशानी की वजह है जबकि एचडीएल अच्छा माना जाता है , जो हमारे हैल्थ के लिए अच्छा है।

कोलेस्ट्रॉल  क्यों  होता है ? 

लोगो के खान- पान , खराब लाइफ़स्टाइल,व्यायाम ,योगा और काम का तनाव के कारण कोलेस्ट्रॉल  का समस्या बढ़ गया है। स्वस्थय व्यक्ति के लिए कोलेस्ट्रॉल  की मात्रा 200 मिलीग्राम प्रति डीएल कम रहना स्वस्थ्य के लिए सही माना गया है।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर क्या होता है ?

जी मिचलाना

सुन्न होना

अत्यधिक थकान

सीने में दर्द या एनजाइना

सांस लेने में कठिनाई

हाथ-पांव में सुन्नपन या ठंडक

हाई ब्लड प्रेशर

पानी के साथ शहद और दालचीनी एक अध्ययन के अनुसार कोलेस्‍ट्रॉल लेवल को 

कम करने के लिए आधे लीटर गुनगुने पानी में दो चम्‍मच शहद और तीन चम्‍मच

 दालचीनी पाउडर को मिलाकर पीने से कोलेस्‍ट्रॉल लेवल को कम कर सकते है।

इसमे आप फल , सब्जी सलाद का सेवन करे।

इसमे खट्टे फल जैसे कि संतरा और अंगूर का सेवन  करने से कोलेस्‍ट्रॉल का स्तर कम

 कर सकते है। प्रतिदिन एक्सर्साइज़, योगा  या पैदल 10 मिनट चले।

हल्दी मे कई औषधीय गुण पाये जाते है , गुनगुना पानी मे हल्दी मिलाकर पीने से कोलेस्ट्रॉल

 लेवल को कम कर सकते है।

गुनगुना पानी और लहसुन-लहसुन को गुंगुने पानी के साथ लेने पर कोलेस्ट्रॉल लेवल को 

कम कर सकते है।

कोलेस्ट्राल की मात्रा कम करने के लिए लहसुन काफी लाभदायक माना जाता है। लहसुन की 1-2

 कली को रोज खाली पेट खाने से हार्ट प्रॉब्‍लम्‍स और कोलेस्ट्राल की समस्‍या मे सुधार होता है।

नींबू और शहद मे एंटीबैक्‍टीरियल गुण पाये जाते है इसको गुंगुने पानी के साथ लेने पर कोलेस्ट्रॉल

 लेवल को कम कर सकते है। अपने डाइट मे नींबू का सेवन करके कोलेस्टेरॉल लेवल को कम कर सकते है।

अर्जुन की छाल को काढ़ा बनाकर पीने से कोलेस्टेरॉल के स्तर को कम किया जा सकता है।

कोलेस्टेरॉल की मात्रा को कम करने के लिए साधारण नमक की जगह सेंधा नमक का सेवन करना लाभदायक है , क्योकि साधारण नमक से कोलेस्टेरोल की मात्रा बढ़ती है।

गुड़ में प्रोटीन, आयरन, मैग्‍नीशियम, पोटेशियम, सुक्रोज, फैट और मैग्‍नीज भरपूर मात्रा में होता है।

 इसको  गुनगुना पानी के साथ गुड़ का सेवन करने से पाचन बेहतर होता है और खाना भी जल्‍दी 

पच जाता है. इससे कोलेस्‍ट्रॉल लेवल भी कंट्रोल में रहता है।

सेब का सिरका लेने से कोलेस्टेरॉल को कम करने मे काफी फायदेमंद है । एक गिलास पानी मे दो

 चम्मच सिरका डालकर उसका सेवन करने से कोलेस्टेरॉल को स्तर को कम किया जा सकता है।

मेथी मे अनेक लाभदायक तत्व पाये जाते है ।शरीर मे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए मेथी के पानी का सेवन करने से फायदा होता है।

मछली के  तेल मे ओमेगा 3 फैटी  एसिड पाया जाता है जो कोलेस्टेरॉल को कम करने मे लाभदायक है।

कोलेस्टेरॉल स्तर को कम करने के लिए प्रतिदिन सुबह आंवला और एलोवेरा का जूस पीना फायदेमंद है।

ट्रांस फैट (जैसे बिस्किट और चिप्स) नहीं खाये

फैट युक्त पदार्थ (जैसे मीट, पोल्ट्री और मछली) नहीं खाये

दूध के खाद्य पदार्थ (जैसे क्रीम और चीज़) का सेवन नहीं करे।

ट्रांस फैट (जैसे बिस्किट और चिप्स) नहीं खाये

फैट युक्त पदार्थ (जैसे मीट, पोल्ट्री और मछली) नहीं खाये

दूध के खाद्य पदार्थ (जैसे क्रीम और चीज़) का सेवन नहीं करे।

वसायुक्त मांस, रेड मीट, पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पाद, पैकेज्ड स्नैक्स या डेसर्ट खाना।

निष्क्रियता: लगातार बेकार या गतिहीन जीवन शैली में बैठने से रक्त वाहिकाओं में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है।

मोटापा -उच्च बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) उच्च कोलेस्ट्रॉल के जोखिम को बढ़ाता है।

धूम्रपान और शराब: तंबाकू का सेवन और बहुत अधिक शराब का सेवन  कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है।


डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।









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